आइए ज़िन्दगी की बात करें

By रवि कांत अनमोल

Release : 2021-05-13

Genre : Poetry, Books, Fiction & Literature

Kind : ebook

(0 ratings)
यदि आप प्रोफेशनल गायक हैं या फिर गाने का शौक रखते हैं, केरिओके, सिंग अलोंग, स्टार मेकर, सिम्मूल या इसी प्रकार के प्लेट्फ़ॉर्म पर गाते हैं और नई ग़ज़ले रिकॉर्ड करके ग़ज़ल गायकी में स्थान बनाना चाहते हैं तो यह किताब आप के लिए है। इस में नय़ी गज़लों के साथ साथ उनके लिए ऐसी प्रसिद्ध धुनें सुझाई गई हैं जिनपर उन ग़ज़लों को गाया जा सकता है। साथ ही ग़ज़ल गायन के संबंध में कुछ नुक्ते भी सुझाए गए हैं जिनसे गज़ल गाने का आपका स्टाइल और अच्छा हो सके।

ग़ज़ल विधा गाने में भी और लिखने में भी अपने आप में कई विशेषताएं लिए हुए है। कई लोग इसकी बारीकियों को समझे बिना ही इस पर हाथ आज़माना चाहते हैं इसलिए इस में सफल नहीं हो पाते और कई बार हास्य का पात्र बन जाते हैं। गाने या गुनगुनाने के लिए सही ग़ज़ल चुनना भी तकनीकी कार्य है और इस विषय पर बहुत कम बात होती है। यह पुस्तक इसी काम को आसान बनाने की ओर एक कदम है| इसमें जहां ग़ज़लों का एक संग्रह प्रस्तुत किया गया है वहीं गायक को अपनी ग़ज़ल और उसके शेर चुनने में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इस पर भी बात की गई है|  

रवि कांत 'अनमोल' पिछले 22 साल से ग़ज़ल कह रहे हैं| उन की कई गज़लें और गीत रिकॉर्ड हो चुके हैं और एक ग़ज़ल संग्रह भी प्रकाशित हो चुका है| ग़ज़ल पर उनके लघु शोध प्रबंध के आधार पर उन्हें एम फिल की डिग्री प्रदान की गई है|

यह पुस्तक जहां प्रोफेशनल गायकों के लिए नई ग़ज़लें चुनने में मददगार होगी वहीं उन लोगों के लिए भी सहायक होगी जो ग़ज़ल की तकनीकी बारीकियों में उलझे बिना, तकनीकी रूप से सही और बेहतरीन ग़ज़लें  गाना चाहते हैं। साथ ही साथ उन शौकिया गायकों के लिए भी सहायक होगी जो सिंग अलोंग या  का प्रयोग करके अपनी आवाज में अपनी पसंद के शब्दों को रिकार्ड करना चाहते हैं|

आइए ज़िन्दगी की बात करें

By रवि कांत अनमोल

Release : 2021-05-13

Genre : Poetry, Books, Fiction & Literature

Kind : ebook

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यदि आप प्रोफेशनल गायक हैं या फिर गाने का शौक रखते हैं, केरिओके, सिंग अलोंग, स्टार मेकर, सिम्मूल या इसी प्रकार के प्लेट्फ़ॉर्म पर गाते हैं और नई ग़ज़ले रिकॉर्ड करके ग़ज़ल गायकी में स्थान बनाना चाहते हैं तो यह किताब आप के लिए है। इस में नय़ी गज़लों के साथ साथ उनके लिए ऐसी प्रसिद्ध धुनें सुझाई गई हैं जिनपर उन ग़ज़लों को गाया जा सकता है। साथ ही ग़ज़ल गायन के संबंध में कुछ नुक्ते भी सुझाए गए हैं जिनसे गज़ल गाने का आपका स्टाइल और अच्छा हो सके।

ग़ज़ल विधा गाने में भी और लिखने में भी अपने आप में कई विशेषताएं लिए हुए है। कई लोग इसकी बारीकियों को समझे बिना ही इस पर हाथ आज़माना चाहते हैं इसलिए इस में सफल नहीं हो पाते और कई बार हास्य का पात्र बन जाते हैं। गाने या गुनगुनाने के लिए सही ग़ज़ल चुनना भी तकनीकी कार्य है और इस विषय पर बहुत कम बात होती है। यह पुस्तक इसी काम को आसान बनाने की ओर एक कदम है| इसमें जहां ग़ज़लों का एक संग्रह प्रस्तुत किया गया है वहीं गायक को अपनी ग़ज़ल और उसके शेर चुनने में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इस पर भी बात की गई है|  

रवि कांत 'अनमोल' पिछले 22 साल से ग़ज़ल कह रहे हैं| उन की कई गज़लें और गीत रिकॉर्ड हो चुके हैं और एक ग़ज़ल संग्रह भी प्रकाशित हो चुका है| ग़ज़ल पर उनके लघु शोध प्रबंध के आधार पर उन्हें एम फिल की डिग्री प्रदान की गई है|

यह पुस्तक जहां प्रोफेशनल गायकों के लिए नई ग़ज़लें चुनने में मददगार होगी वहीं उन लोगों के लिए भी सहायक होगी जो ग़ज़ल की तकनीकी बारीकियों में उलझे बिना, तकनीकी रूप से सही और बेहतरीन ग़ज़लें  गाना चाहते हैं। साथ ही साथ उन शौकिया गायकों के लिए भी सहायक होगी जो सिंग अलोंग या  का प्रयोग करके अपनी आवाज में अपनी पसंद के शब्दों को रिकार्ड करना चाहते हैं|

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